विद्यालय : एक दृष्टी में
शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र की संस्कृति का संरक्षण, संवर्धन एवं हस्तानांतर होता है | छात्र छात्राएं शिक्षा के माध्यम से ही अपने व्यक्तित्व का विकास तथा राष्ट्रीय संस्कृति को ग्रहण कर सकती हैं |
शिक्षा हमारे अन्तर्निहित अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञानरुपी प्रकाश को प्रज्जवलित करती हैं | यह व्यक्ति को सभ्य सुसंस्कृत बनाने का एक सशक्त माध्यम हैं | यह हमारी अनुभूति एवं संवेदनशीनलता को प्रबल करती है तथा वर्तमान एवं भविष्य के निर्माण का अनुपम स्रोत हैं |
वाहन सुविधा
इस विद्यालय में छात्र / छात्राओं के आवगमन की सुविधा के लिए निजी वाहन सुविधा उपलब्ध हैं जो कम ही भाड़ें पर सुदूर से आने वाली छात्र / छात्राओं को सुलभ कराया जाता है | नोट -विद्यालय परिसर के ३ किलोमीटर वृत्त एरिया में पढ़ने वाली छात्र / छात्राओं को कोई वाहन सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जायेगी |
अनुशासन सम्बंधित व्यवस्था-
विद्यालय में प्रत्येक छात्र/छात्राओं की गतिविधियाँ पर निगरानी रखने और अनुशासन व्यवस्था बनाये रखने के लिए एक नियंन्ता मण्डल या प्राक्ट्रारियल बोर्ड गठित है। नियन्ता मण्डल द्वारा दी गयी सूचनाओं और निर्देशों का पालन सभी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य है। छात्रवृत्ति- राज्य सरकार से प्राप्त विभिन्न छात्रवृत्ति नियमानुसार देय होगी।
सुविधाऍ :
- सी0सी0टी0वी0 एवं GPS तथा लाइब्रेरी की उत्तम व्यवस्था ।
- इण्टर कालेज में पंखा एवं कम्प्यूटर के लिए जनरेटर की व्यवस्था |
- सभी प्रयोगात्मक विषयो के लिए सुज्जित, संसाधनयुक्त प्रयोगशाला की उत्तम व्यवस्था |
- विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के लिए खेलो का मैदान तथा इससे सम्बन्धित क्रीड़ा सामग्री उपलब्ध है |
- छात्रो को भौतिक युग के अनुकूल सामर्थ्यवान बनाने हेतु इण्टर कालेज में कम्प्यूटर शिक्षण की व्यवस्था की गई है |
- विभिन्न विषयो के छात्रो के लिए शैक्षणिक पर्यटक की व्यवस्था है |
- विद्यार्थियों के कलात्मक रूचि लेखन पटुता एवं नेत्रित्व जैसे गुणों को विकसित करने के लिए इण्टर कालेज में सांस्कृतिक परिषद का गठन किया गया है जिसके द्वारा समय -समय पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है |
- विश्वविद्यालय मानक के अनुसार इण्टर कालेज में प्रत्येक विद्यार्थी की 75% उपस्थिति अनिवार्य है | मानक अनुरूप उपस्थिति नहीं होने पर विद्यार्थी परीक्षा से वंचित किया जा सकता है |
प्रबन्धक का सन्देश
शिक्षा और ज्ञान के विस्तार के क्रम में कारो, बलिया में उच्च शिक्षा को नयी दिशा देने के लिए इस विद्यालय की स्थापना की गई। प्राकृतिक सौन्दर्य से आच्छादित यह इण्टर कालेज क्षेत्रीय अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए कृत संकल्प है। इस क्रम में अध्ययन अध्यापन के विशिष्ट वातवरण का निर्माण परिसर में किया गया है। शिक्षा का विस्तार सूदूरवर्ती क्षेत्र में करना इस विद्यालय का प्रमुख उद्देश्य है। इस दिशा में हम निरन्तर प्रयत्नशील हैं। शिक्षण कार्य के साथ-साथ विद्यालय प्रशासन, सांस्कृतिक गतिविधियों में भी गहरी रूची रखता है, अतः समय-समय पर सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का अयोजन विद्यालय में होता रहता है।
विद्यालय परिवार समाज के लोगों को सचेत करने के साथ युवाओं में राष्ट्रेवा का भाव जागृत करने की भी अथक प्रयास कर रहा है।